सफल होना चाहते हो तो खुद को पहचानो – The success.
सफल होना चाहते हो तो खुद को पहचानो / Know Yourself to succeed. सफलता के लिए खुद को पहचानो, सफल कैसे बनें यह जानने के लिए खुद को पहचानना बहुत जरूरी है।
Success....
एक बार चार लड़के अपने प्रतिभा और ज्ञान को जानने के लिए एक संत के पास पहुंचे। संत के वहाँ पहुँचने के बाद उन्होंने अपने दिल की बात संत को बताई।
तब संत ने कहा – इससे पहले की मै आपको ज्ञान और प्रतिभा के बारे में कुछ बताऊ आप मेरा एक छोटा सा काम करके लाओ। उन्होंने चारो को एक-एक तोता दिया और उनसे कहा की इनकी गर्दन ऐसी जगह जाकर मरोड़ना जहा आपको कोई देख न सके।
बस फिर क्या था चारो चले गये गर्दन मरोड़ने के लिए..
पहला लड़का दोपहर में एक सुनसान रास्ते में गया उस समय लोग अपने घरो में सो रहे थे तो उसको मौका मिल गया और तोता की गर्दन मरोड़कर उसे लाकर संत के सामने रख दिया। दूसरे लड़का चुपचाप एक गली में गया जहा से लोग कम गुजरते थे, तो उसने तोता की गर्दन पकड़ी और मरोड़ दी फिर उसे संत के पास ले आया।
तीसरे लड़के ने सोचा की मुझे अभी कोई भी देख सकता है क्योंकि मै अगर यहाँ आ सकता हूँ तो कोई और भी आ सकता है तो उसने रात तक इंतजार करने की सोची फिर रात होते ही गर्दन मरोड़कर तोता को संत के सामने रख दिया।
परन्तु एक हफ्ता हो गया वह चौथा लड़का अभी तक नहीं आया था तो संत ने उन तीनो को उसे खोजने के लिए भेजा। वे तीनो उसे ढूंढ के ले आये तो संत ने उससे एक हफ्ते तक गायब होने का कारण पूछा।
तब वह लड़का बोला – मैंने दिन के बजाय इसकी गर्दन रात को मरोड़ने की सोची पर रात को चाँद-तारे देख रहे थे।फिर में अँधेरी कोठरी में गया और जैसे ही गर्दन पर हाथ रखा तो देखा की तोता देख रहा है। उसकी आँखे चमक रही थी। फिर मैंने इसकी आँखे बांध दी।
जब वह तोते की गर्दन मरोड़ने वाला था उसे संत का ख्याल आया कि संत ने कहा था , जहां कोई न देख रहा हो,पर यहाँ तो मैं खुद ये देख रहा हूँ।
वह मुश्किल में था इसलिए उसने बड़े विनम्रता से तोता संत को लौटा दिया और कहा की मैं ये नहीं कर सकता क्योंकि मैं चाहे कितने ही अँधेरे में चला जाऊं की कोई मुझे न देखे पर मैं तो ये देख रहा होऊंगा और आपने कहा था की कोई न देख पाये। यह सब देखने के बाद संत ने उन तीनो लड़को को वहां से विदा कर दिया और कहा – कि तुम तीनो अपनी प्रतिभा नही पहचान सकते। संत ने उस चौथे लड़के को रोक लिया क्योंकि वह एक बहुत ही गहरे अनुभव में पंहुचा था और खुद को जान पाया था।
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दोस्तों इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि सबसे important आपका खुद को पहचानना है। अपना talent ढूंढने के लिए इधर-उधर तलाश करने की जरूरत नहीं है। जरूरत है तो खुद को तलाशने की क्योंकि आप से बेहतर आपको कोई नहीं जानता।
दोस्तो talent भगवान का दिया हुआ उपहार है, और अगर आप भगवान को इस उपहार के लिए शुक्रियादा अदा करना चाहते हैं तो दिए गए talent का इस्तेमाल करें।
🎉दोस्तों हर इंसान के अंदर एक न एक talent जरूर होता है फर्क बस इतना है कि कोई उसे पह
चान पाता है तो कोई नहीं पहचान पाता। आपने कस्तूरी मृग के बारे में सुना होगा जो खुद से आ रही गंध को ढूंढने के लिए पूरा जंगल घूमता रहता है आपको उस मृग की तरह भटकने की जरूरत नहीं है, जरूरत है तो कुछ समय के लिए खुद को पूरी दुनिया से अलग करके अपने अंदर झांकने की और अपने आप को पहचानने की।
⭕Talent कुछ भी हो सकता है :-
• हो सकता है आप अच्छा बोल लेते हो तो आप एक Public Speaker बन सकते हैं।
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• हो सकता है आप गाना अच्छा गा लेते हैं तो आप singer बन सकते हैं।
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• हो सकता है आपका sense of humour अच्छा है तो आप comedian सकते हो।
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• हो सकता है आप अच्छा लिखते हो तो आप लेखक बन सकते हो।
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तो दोस्तों टैलेंट कुछ भी हो अपने टैलेंट को पहचाने और उसका इस्तेमाल खुद को सफल बनाने के लिए करिए।
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